कृषि कानून के विरोध में भारत बंद रहा सफल
आलमनगर ग्रामीण (मधेपुरा)।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में पूरे देश में लगातार चल रहे आंदोलन के दौरान किसान संगठनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर सोमवार को प्रखंड मुख्यालय के पुरैनी-डुमरैल बस स्टैंड चौक पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दिवसीय भारत बंद कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कई घंटों तक एसएच 58 मुख्य सड़क पर आवागमन बाधित रहा।
छात्र राजद जिला उपाध्यक्ष इन्द्र कुमार इलु के अगुवाई में आयोजित भारत बंद के दौरान विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने मुख्य सड़क को जाम कर राज्य एवं केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। केंद्र सरकार के किसान बिल पर विरोध जताते हुए भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता गजेन्द्र राम ने केंद्र सरकार की नीति को कॉरपोरेट जगत का संरक्षक करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पूंजीपतियों के इशारे पर किसान बिल लाया गया है। ताकि किसानों को जमीन से बेदखल कर काॅरपोरेट घरानों को दिया जा सके। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी काला कानून अविलंब वापस लिया जाय। किसानों के उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दिया जाय। स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट को लागू किया जाय। अन्यथा यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से लगातार जारी रहेगा। राजद नेता कापेश्वर सिंह निषाद ने कहा कि राज्य की नीतीश सरकार व केंद्र की मोदी सरकार किसानों,गरीबों,मजदूरों का शोषण करने के लिए ही गद्दी पर बैठी हुई है।इन कुर्सी लोभी सरकार को किसानों से कोई लेना-देना नही है। बल्कि यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के लिए बनी है।देश में किसान ही भगवान है और उन्हें प्रताड़ित करने वाली सरकारें कभी भी खुशहाल नहीं रह सकती है।
भारत बंद के दौरान प्रखंड राजद अध्यक्ष अनंदी मंडल, जिला सचिव बलभद्र मेहता,छात्र राजद प्रखंड अध्यक्ष शशि कुमार राम, अविनाश यादव,प्रोफेसर मनोज यादव,पवन यादव,अशोक मंडल,विवेक यादव,रूपेश कुमार,प्रमोद राम, मु.अली,नवीन कुशवाहा,करूणा देवी सहित दर्जनों अन्य उपस्थित थे।
रिपोर्ट: अनिल महाराज।
Comments
Post a Comment
मान्यवर पाठकमित्र,
आपके द्वारा संवाद को पढ़ना हमें बेहतर लगा।
आपका दैनिक आजतक (वेब मीडिया) में हम स्वागत करते हैंं।
सी.के.झा
प्रधान संपादक
दैनिक आजतक