एमडीए अभियान में दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की 1099 टीम तैयार,सोमवार से दवा सेवन अभियान शुरु

🔼फाइलेरिया से मुक्ति के लिए जिले में सोमवार से सर्वजन दवा सेवन अभियान।

🔼अभियान में 2 साल से ऊपर के सभी लोगों को आशा अपने सामने खिलाएंगी दवा।

🔼गर्भवती महिलाओं, अत्यंत बीमार एवम् 2 साल से कम के बच्चों को नहीं दी जाएगी दवा। 

🔼दवा खिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की 1099 टीम तैयार।

मधेपुरा।  फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला मुख्यालय सहित अन्य प्रखंडों में सोमवार से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) की अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है। अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभाग को आपस में समन्वय स्थापित कर सभी पात्र लाभुकों को दवा खिलाने का निर्देश जिले के आला अधिकरियों द्वारा दिया गया है । अएभियान के दौरान सभी ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर अपने सामने डी ई सी एवम् अल्बेंडोजोल की गोली लाभुकों को खिलाएंगी। कार्यक्रम का आयोजन जिला एवम् प्रखंड स्तर पर तैयार किए गए माइक्रो प्लान के अनुसार किया जाएगा।

उक्त बातें जिले के सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने कही।  उन्होंने बताया कि एमडीए कार्यक्रम के दौरान फलिरिया मुक्ति की दवा वितरण नहीं किया जाएगा बल्कि इसे आशा घर घर जाकर अपने सामने  खिलाएंगी। फाइलेरिया से मुक्ति के लिए दो तरह की दवा यथा डी ई सी एवम् एलबेंडाजोल खिलाई जाएगी। सिविल सर्जन ने सभी पात्र लोगों को फाइलेरिया मुक्ति की दवा के सेवन की अपील की। 

🔼फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद--

सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने बताया फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में सोमवार से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम की जान जागरूकता के लिए ग्रामीण क्षेत्र में जीविका दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षकों, पंचायत कर्मियों आदि का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिससे फाइलेरिया की दवा सेवन करने के बाद ही बचा जा सकता है। कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्ष्ण सामने आने में वर्षों लग जाता है। इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। 

🔼खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें--

 जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार सिंह  ने फाइलेरिया मुक्ति अभियान के बारे में बताते हैं कि इस अभियान के तहत जिले के 21 लाख 76 हजार 450 लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। दवा खिलाने के लिए 1099 टीम का गठन किया गया है। जिसमें 2202 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर को प्रशिक्षित किया गया है। इन्हें अपने सामने ही दवा खिलाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। दवा सेवन के बाद किसी तरह के सामान्य साइड इफ़ेक्ट से घबराने की जरूरत नहीं है। अमूमन जिनके अंदर फाइलेरिया के परजीवी होते हैं, उनमें ही साइड इफ़ेक्ट देखने को मिलते हैं। साइड इफ़ेक्ट सामान्य होते हैं जो प्राथमिक उपचार से ठीक भी हो जाते हैं। खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।

🔼किन्हेंं और किस प्रकार किया जाना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन--

याद रहे कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवति महिलाओं एवं अत्यंत गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खानी है। खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है। फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक- एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है।

रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।

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