सहरसा। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जागरूकता वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर जिलाधिकारी ने किया रवाना
🕳️ फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जागरूकता रथ रवाना।
🕳️ जिलाधिकारी ने अपने समक्ष लोगों को कराया दवा सेवन।
🕳️ 1035 टीमें खिला रहीं है गोलियां।
सहरसा। जिले में जारी सर्वजन दवा सेवन अभियान की सफलता एवं लोगों में फाइलेरिया के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर 5 जागरूकता वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. रविन्द्र कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार राजेश कुमार, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी प्रवीण कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल रोहित रैना, डीपीओ नसरीन बानो, अस्पताल प्रबंधक अमित कुमार चंचल, पीसीआई के एसएमसी दीपक कुमार, डब्लूएचओ के ब्लॉक मॉनिटर, सीफार के डिविजनल कोऑर्डिनेटर मीडिया राकेश रौशन, डीईओ अशफाक उल्लाह तथा केयर इंडिया के केशव कुमार एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के भी अधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।
🔼जिलाधिकारी ने अपने समक्ष लोगों को कराया दवा सेवन--
जागरूकता वाहनों को रवाना करते हुए जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने अपने सामने मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों एवं अन्य लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन भी कराया। उन्होंने बताया फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। इससे ग्रसित लोगों को स्थायी दिव्यांगता हो जाने से उनकी कार्यक्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है। इसके शुरूआती लक्षण दिखाई नहीं पड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि इसके रोकथाम के लिए साल में एक बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को मुफ्त में खिलायी जाने वाली डीईसी एवं अल्बेंडाजोल गोलियों का सेवन अपने उम्र के हिसाब से अवश्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा इस दवा के कोई विपरीत परिणाम नहीं हैं, किन्तु ऐसा होने की स्थिति में जिले में आपातकालीन चिकित्सा दल तैनात किये गये हैं।
🔼1035 टीमें खिला रहीं है गोलियां--
सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत जिले की कुल 27 लाख 32 हजार 447 आवादी के 4 लाख 15 हजार 934 घरों में जाकर दवा खिलाने के लिए 1035 टीमों का गठन किया गया है। इन सभी टीमों के पर्यवेक्षण के लिए 103 पर्यवेक्षण दल का भी गठन किया गया है। जिले में 14 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के तहत फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 02 से 05 वर्ष के बच्चों का डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोलियां एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन एवं अल्बेंडाजोल की एक गोलियां खिलायी जानी है। उक्त सभी गोलियां किसी को भी खाली पेट नहीं खिलायी जानी है। गर्भवती महिलायें, गंभीर रोग से पीड़ित एवं दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यह दवा नहीं खिलायी जानी है।
🔼सहयोगी संस्थाऐं भी निभा रहीं हैं अपनी अहम भूमिका--
इस सर्वजन दवा सेवन अभियान की सफलता के लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाऐं डब्लूएचओ, पीसीआई, केयर इंडिया, सीफार भी भरपुर सहयोग कर रही है।
रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।
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सी.के.झा
प्रधान संपादक
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