वयोवृद्ध सेवानिवृत शिक्षक पंडित श्रीधर झा का निधन, शुभचिंतकों ने की शोक संवेदना प्रकट
♦️ सेवानिवृत शिक्षक पंडित श्रीधर बाबू पंचतत्व में हुए विलीन।
♦️ जनप्रतिनिधियों सहित ग्रमीणों ने व्यक्त की शोक संवेदना।
उदाकिशुनगंज। उदाकिशुनगंज प्रखंड के खाड़ा पंचायत वार्ड नंबर-2 निवासी वयोवृद्ध सेवानिवृत शिक्षक पंडित श्रीधर झा उम्र करीब 82 वर्ष के निधन पर ग्रामीण शुभचिंतकों सहित जनप्रतिनिधियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। बताते चलें कि इनका निधन 16 अक्तूबर को शाम के 6:40 बजे पूर्णियाँ में हुई है। वो कुछ समय से बीमार चल रहे थे।
♦️ पंड़ित श्रीधर बाबू के पारिवारिक जीवन पर एक नजर--
पंडित श्रीधर झा की पारिवारिक जीवन और उनके अध्ययन अध्यापन की बात करें तो उनकी प्रारंभिक शिक्षा अथवा बेसिक शिक्षा अपने ही पैत्रिक गांव के राजकीय बुनियादी विद्यालय खाड़ा में हुई थी। ततपश्चात उन्होंने आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए संस्कृत से शास्त्री की पढ़ाई अमीलाल संस्कृत महाविद्यालय खाड़ा से ही पूर्ण कर शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के रूप में समाज में योगदान दिए।
♦️ चंदसारा मध्यविद्यालय से हुए थे सेवानिवृत--
उनका शिक्षक के रुप में प्रथम योगदान मधेपुरा जिला के मुरलीगंज प्रखंड के तमौर परसा के विद्यालय में 1975 में रहा तथा 2005 में प्रखंड आलमनगर के मध्य विद्यालय चंदसारा से सेवानिवृत हुए थे।
♦️ तांत्रिक विद्या में थे माहिर--
पंडित श्रीधर बाबू विद्वान, एक प्रखर वक्ता, ज्योतिषी एवं तांत्रिक विद्या में माहिर थे। पंडित जी ने जीवन इतनी सादगीपूर्ण व्यतित की जिनकी चर्चा आज भी लोग संयुक्त रूप से करते हैं। पंड़ित जी चारो भाई वकील झा, जयप्रकाश झा एवं कोचिंग संचालक बचनेश्वर झा में से सबसे श्रेष्ठ थे। इनके अपने चारों भाई के परिवार की बात करें तो चार भतीजे में अभियंता मगन कुमार,आलेख कुमार, डा.प्रशान्त कुमार,आनंद शंकर उर्फ चिक्कू अपने अध्ययन और अध्यापन कार्य में भलिभांति लगे हुए हैं। सभ्य समाज में और अपने गांव में अनुसाशित परिवार माने जाते हैं।
♦️ इनके वैवाहिक जीवन व परिवार पर एक नजर--
इनकी शादी सहरसा जिला के बरीवन निवासी कृषक स्व.कमलाकांत झा की पुत्री देवी "महामाला" से हुई थी । इनके भरे पूरे परिवार जैसे लहलहा रहे बागिया में चार पुत्रों में श्रेष्ठ पुत्र अधिवक्ता मनोज कुमार झा, कनिष्ठ में सुनोज झा,चंदन कुमार झा, विक्रांत झा सहित पौत्र नमन,पौत्री सुपरा,स्वेता तथा आइरीन जैसे सुगंधित फूल खिल रहे हैंं।
♦️ विद्वत परिवार हैं इनके--
"तांत्रिक विद्या" में निपुण पंडित श्रीधर झा पंडित परिवार में सबसे श्रेष्ठ भाई थे। इनके विद्वत और संयुक्त परिवार की बात करें तो सेवानिवृत शिक्षक पंडित योगेन्द्र झा, सेवानिवृत प्रोफेसर पंडित मोहनानंद झा,पंडित उपेन्द्र झा,पंड़ित इंद्रानंद झा,पंडित विद्यानंद झा,पंडित विरेन्द्र झा सहित अनेक दर्जनों प्रखर पंडित व विद्वान सदस्य वर्तमान समय में विद्वता की प्रखरता की प्रकाष्ठा पर हिन्दू समाज को स्वच्छन्द,स्वतंत्र,सम्मानित ढ़ंग से सुशिक्षित समाज को उचित दिशा देने हेतु श्रेष्कर माने जा रहे हैं।
♦️ पैत्रिक गांव खाड़ा में पंडित जी पंचतत्व में हुए विलीन--
पूर्णियाँँ में पंड़ित श्रीधर बाबू की हुई निधन के बाद स्वजनों,शुभचिंतकों और ग्रामीणों के प्रेम ने इनके पैत्रिक आवास खाड़ा में दाह संस्कार करने को विवश कर दिया।
♦️ डा.ए.के.झा भी इनके परिवार के करीब माने जाते हैं--
इनके पुत्र चंदन कुमार झा बताते हैं कि इनके परिवार में एक अन्य सदस्य के रुप में पूर्णियाँ के जाने माने चिकित्सक स्टेट बैंक के मेडिकल आफिसर सह जेनरल फिजिसियन डा.आशुतोष कुमार झा उर्फ डा.ए.के.झा भी सम्मिलित हैं। चंदन ने ये भी कहा कि डा.साहब मेरे पिता पंड़ित श्रीधर बाबू के अभिन्न अंग माने जाते हैं। डा.ए.के.झा ने अपने भाई से भी बढ़कर पंड़ित जी की चिकित्सकीय सेवाएँ दी है। जिनको जीवन भर हमलोग भूला नहीं सकते।
♦️ श्राद्ध कर्म पर एक नजर--
इनके श्राद्धकर्म की बात करें तो हिन्दू रीति रिवाज से सोमवार 25 अक्तुबर को क्षौरकर्म तथा 26 अक्तूबर मंगलवार एवं 27 बुद्धवार को एकादशा एवं द्वादशा कर्म इनके पैत्रिक आवास खाड़ा में ही किया जाना तय है।
♦️ वरिष्ठ कांग्रेस नेता जवाहर मिश्रा कहते हैं--
पंडित जी के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जवाहर मिश्रा कहते हैं कि पंड़ित श्रीधर झा उनके करीबियों में से एक थे। उनके कृत को हम भूला नहीं सकते। उन्होंंने कहा कि उनका जीवन सादगी से भरा परा रहा। कभी भी किसी से उनको अपनी जिंदगी में लेस मात्र द्वेष भावना से तू-तू, मैं-मैं नहीं होते देखा है। मिश्रा जी ने उनके सादगीपूर्ण जिंदगी जीते हुए स्वर्ग सिधारे जाने पर कोटि-कोटि नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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मान्यवर पाठकमित्र,
आपके द्वारा संवाद को पढ़ना हमें बेहतर लगा।
आपका दैनिक आजतक (वेब मीडिया) में हम स्वागत करते हैंं।
सी.के.झा
प्रधान संपादक
दैनिक आजतक