दीपावली विशेष: बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मनाएं ईको-फ्रेंडली दीपावली :- संजय

🔴 धुएं युक्त और ज्यादे आवाज वाले पटाखे छोड़ने से बचें और पर्यावरण को भी बचाएं। 🔴मिट्टी के दिये जलाएं, बरसात के मौसम में जन्मे छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े तथा मच्छरों की संख्या स्वत: कम होगी। दैनिक आजतक/मधेपुरा। प्रत्येक वर्ष दीपावली पर पटाखे, केमिकल युक्त चीजें, प्लास्टिक इत्यादि का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। त्योहार के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। पर्यावरण और सेहत को ध्यान में रखते हुए हमें प्रदूषण मुक्त दीपावली मनानी चाहिए। इस साल बिगड़ते पर्यावरण के मध्य हम पर्यावरण के अनुकूल या ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने की ओर कदम बढ़ाएं और अपनी खुशियों को सार्थक करें। उक्त बातें हिंदी एवं अंगिका के साहित्यकार सह अंग अंगिका महोत्सव के संयोजक संजय कुमार सुमन ने कही।उन्होंने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए आमलोगों से ईको-फ्रेंडली दीपावली मनाने का आह्वान करते हुए कहा कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए हमें पूजा करने के लिए ईको-फ्रेंडली मूर्तियों का ही प्रयोग करना चाहिए। तेज धमाके और अत्यधिक धुएं वाले पटाखों का इस्तेमाल न करें इससे ध्वनि ...