सहरसा। ई-संजीवनी ओ.पी.डी. के प्रति जनमानस को किया जाएगा जागरूक : डीसीएम
🔼देश में एक करोड़ से अधिक लोग उठा चुके हैं इसका लाभ।
🔼प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक की रहेगी अहम भूमिका।
सहरसा । जिले में ई-संजीवनी ओ.पी.डी. सेवाऐं जारी हैं। इस बीच लोगों को इसके प्रति जागरूक करना जरूरी है ताकि अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ उठा सकें। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा पत्र निर्गत करते हुए आदेश निर्गत किये गये हैं। जिसके आलोक में जिले में कार्यरत सभी ए.एन.एम., आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका, पंचायत प्रतिनिधियों, सभी जीविका दीदियों एवं कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के मोबाइल में इस एप को अनिवार्य रूप से 30 अगस्त तक डाउनलोड किया जाना है।
🔼एक करोड़ से अधिक लोग उठा चुके हैं इसका लाभ-
डीसीएम राहुल किशोर ने बताया देशभर में ई-संजीवनी ओ.पी.डी. एप के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाऐं उपलब्ध करायी जा रहीं हैं। अब तक एक करोड़ से अधिक लोग इस एप के माध्यम से अपना इलाज करवा चुके हैं। जिले के लोग भी इसका अधिक से अधिक लाभ उठा पायें। इसके लिए जरूरी है कि उनके बीच इस एप के प्रति जागरूकता फैलायी जाय। यह तभी संभव है जब स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सहयोगी संस्थानों के कर्मी इस एप को डाउनलोड करते हुए अधिक से अधिक लोगों को इसके बारे में बताऐं। इसके लाभों से अवगत करायें एवं अधिक से अधिक लोगों को इस ओ.पी.डी. सेवा प्रदान कराने में अपनी अहम भूमिका निभायें। इस एप के माध्यम से लोग घर बैठे सरकारी चिकित्सकों से अपना इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं।
🔼मंगल, बुध एवं शुक्रवार को सुबह 9 बजे से दिन के 2 बजे तक ले सकते हैं लाभ-
राहुल किशोर ने बताया कोई लोग इस एप के माध्यम से अपना इलाज घर बैठे करवा सकते हैं। यह सप्ताह के तीन दिन मंगल, बुध एवं शुक्रवार को सुबह 9 बजे से दिन के 2 तक कार्य करता है। लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाने के लिए क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी ए.एन.एम., आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका, पंचायत प्रतिनिधियों, सभी जीविका दीदियों एवं कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के मोबाइल में इस एप को डाउनलोड करना है एवं आने वाले दिनों में लोगों को इस एप के माध्यम से ई-संजीवनी ओ.पी.डी. की सेवाओं का लाभ उठाना सुनिश्चित करवायेंगे। उन्होंने बताया राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिले में कार्यरत सभी प्रखंड सामुदायिक उत्पेरकों को निदेश दिये गये हैं कि वे अपने क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्त्ताओं के माध्यम से प्रति दिन कम से कम दस रोगियों को इस एप के माध्यम से परामर्श उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। जिले में कार्यरत आशाओं की सहभागिता का अनुश्रव जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर किया जायेगा।
रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।
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सी.के.झा
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