सहरसा । कालाजार उन्मूलन अभियान शुरू,जागरुकता रथ को सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखा किया रवाना
🔼कालाजार की जांच एवं उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त उपलब्ध : सिविल सर्जन ।
🔼कालाजार उन्मूलन के लिए सिंथेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव जरूरी।
🔼छिडकाव दल का करें सहयोग।
🔼केयर इंडिया कर रहा है सहयोग।
सहरसा। जिले में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम जारी है। इस कार्यक्रम के तहत जिले में कालाजार उन्मूलन सघन अभियान चलाया जा रहा है। लोगों में कालाजार के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जिले में 5 जागरुकता रथ को सिविल सर्जन डा0 अवधेश कुमार ने हरी झंडी दिखा गुरुवाार को रवाना किया। इस मौके पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा0 रवीन्द्र कुमार, डीपीएम विनय रंजन, डीसीएम राहुल किशोर, केयर इंडिया डीपीओ नसरीन बानो, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी प्रवीण कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार राजेश कुमार, डीईओ अशफाक उल्लाह सहित छिडकाव कर्मी मौजूद थे। यह जागरुकता रथ प्रखंडों में घूम-घूम कर लोगों को कालाजार के प्रति जागरूक करेगी। इस अभियान में केयर इंडिया भी सहयोग कर रहा है ।
🔼कालाजार की जांच एवं उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त उपलब्ध-
इस अवसर पर सिविल सर्जन डा0 अवधेश कुमार ने बताया कालाजार एक गंभीर बीमारी है। समय रहते पूर्ण उपचार नहीं करने पर इससे मृत्यु संभव है। यह मादा बालू मक्खी के काटने से फैलती है। स्वास्थ्य विभाग इस रोग से आम-जन को सुरक्षित रखने के लिए कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम चला रहा है। हलांकि कालाजार मरीजों की संख्या साल दर साल कम होती जा रही है। इस वर्ष अभी तक जिले में मात्र आठ मरीज ही पाये गये हैं। जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले से चलाये जा रहे कालाजार उन्मूलन कार्यक्रमों का ही परिणाम है। जिले में पाये गये उक्त सभी कालाजार पीडितों का पूर्ण इलाज एकल खुराक एमबीसोम द्वारा किया गया है। इतना ही नहीं राज्य सरकार द्वारा कालाजार मरीजों को पूर्ण उपचार पर 6600/- रुपये तथा केन्द्र सरकार की तरफ से 500/ रुपये श्रम क्षतिपूर्त्ति के रूप में देने का प्रावधान है। कालाजार की जांच एवं उपचार जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बिलकुल मुफ्त उपलब्ध है।
🔼कालाजार उन्मूलन के लिए सिंथेटिक पायरेथॉयराइड जरुरी-
सिविल सर्जन ने कहा कालाजार उन्मूलन के लिए जरुरी है कि हम बालू मक्खी की संख्या को नियंत्रित कर सकें। इसके लिए सरकार द्वारा वर्ष में दो बार सिंथेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव किया जाता है। जिले में इस बार कालाजार के विरुद्ध यह छिडकाव 15 जुलाई से आरंभ किया जा गया है। केयर इंडिया की डीपीओ नसरीन बानो ने बताया जिला अंतर्गत सभी प्रंखडों में कालाजार प्रभावित गांवों में कार्य योजना के अनुसार अगले 66 दिनों तक सेंथेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव किया जायेगा। इस छिडकाव की कुल लक्षित आबादी 10,27,666 है वहीं घरों की संख्या 2,05,995 एवं यह जिले के 139 राजस्व गांवों (104 पंचायतों) में आता है।
🔼छिडकाव दल का करें सहयोग-
सिविल सर्जन द्वारा आमलोगों से लोगों से अपील करते हुए कहा सिंथेटिक पायरेथॉयराइड छिड़काव के लिए जब कोई दल आपके पास आयें तो उनको पूर्ण सहयोग प्रदान करते हुए अपने घरों के भीतर जैसे- सोने का कमरा, रसोई, बैठक, पुजाघर, गौशाला इत्यादि की पूरी दिवारों पर इसका छिडकाव अवश्य करवायें और आस-पास के लोगों को भी इसका छिडकाव कराने के लिए प्रेरित करें। 15 या 15 से अधिक दिनों से बुखार होने पर छिड़काव दल को अवश्य बताऐं ताकि छूपे हुए कालाजार संभावित रोगियों की पहचान कर उचित इलाज समय रहते किया जा सके।
रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।
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सी.के.झा
प्रधान संपादक
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