आखिर कब मिलेगी नवगछिया को जिले की मान्यता
रिपोर्ट: दैनिक आजतक डेस्क।
भागलपुर जिले का नवगछिया अनुमंडल को जिला बनाने की मांग वर्षों से की जाती रही है । कई राजनेताओं के द्वारा नवगछिया को जिला बनाने का वादा तो कर दिया गया पर वादा तो जैसे तोड़ने के लिए हीं जाने जाते हों । नवगछिया अनुमंडल खगड़िया और कटिहार जिले के बीचों बीच बसा शहर हैं जिसका जिला भागलपुर है । नवगछिया को लोगों को जिला कार्यालय से काम पड़ने पर गंगा पुल पार कर जाना पड़ता है। कई गाँव ऐसे हैं जिसकी दूरी पचास किलोमीटर से अधीक है। जन आन्दोलन और बढते अपराध के नियंत्रण के लिए वर्षों पहले पुलिस जिला की मान्यता दी जा चुकी है । जिले की मान्यता नही होने से कई खेल एवं सांस्कृतिक प्रतिभाएँ सूचना एवं दूरी के अभाव में दम तोड़ रही है। नवगछिया अन्तर्गत कुल सात प्रखंड और 15 थाना है । कई बार नवगछिया को जिले की मान्यता को लेकर जन आन्दोलन भी किया गया पर जन आन्दोलनों पर केवल और केवल राजनीतिक रोटीयाँ हीं सेंकी गई । सूत्र बताते हैं की नवगछिया को जिला घोषित करने के लिए सारी फाईलें मंत्रालय में तीन चार वर्षों से धूल फांक रही हैं। अनुमंडल के अन्तर्गत दो विधानसभा बिहपुर और गोपालपुर आते हैं। बिहपुर में वर्तमान में भाजपा जबकि गोपालपुर में जदयू के विधायक हैं । कुल मिलाकर एनडीए की सत्ता नवगछिया में चल रही है पर जिले बनने की संभावना दूर दूर तक नज़र नही आ रही।
🌑 करणी सेना के प्रदेश संयोजक रजनीश सिंह कहते हैं:-
इस बाबत जब करणी सेना के प्रदेश संयोजक रजनीश सिंह ने कहा की लोगों को नवगछिया जिला बनने पर बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा।अपराध में कमी आएगी।
🌑 कहते हैं चंदन भारद्वाज (जिला पार्षद प्रतिनिधि):-
नवगछिया को बहुत पहले जिला की मान्यता मिल जानी चाहिए थी। पर मामला राजनीति के चक्कर में फंसा हुआ है । नवगछिया का पूर्ण विकास जिला बनने के बाद हीं संभव है ।
🌑 राधाकृष्ण सिंह (अधिवक्ता) कहते हैं:-
नवगछिया का जिला बनना बेहद जरुरी है । ज्यादातर ग्रामीण कोर्ट कचहरी के लिए भागलपुर के लिए घर से सुबह हीं निकलते हैं। जाम में फंसकर शाम तक भी भागलपुर से घर नही पहूँच पाते हैं ।
🌑 अजय कुमर उर्फ लाली समाजसेवी के अनुसार :-
नवगछिया के जिला बनने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।किसानों का मुनाफा बढ़ेगा ।
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मान्यवर पाठकमित्र,
आपके द्वारा संवाद को पढ़ना हमें बेहतर लगा।
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सी.के.झा
प्रधान संपादक
दैनिक आजतक