सहरसा। गर्मी के मौसम में बच्चों का रखें खास ख्याल ,शरीर को ताजे पानी से पोछते रहें : डाॅ किशोर कुमार मधुप (सिविल सर्जन)

🔼बढ़ती धूप और गर्मी को देख रहें सावधान : सिविल सर्जन।

  सहरसा। बढ़ती धूप और गर्मी को देख, स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सतर्क है। गर्मी में छोटे बच्चों पर ध्यान देने की अधिक आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मौसम में सावधानी बरतने और मासूमों के खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बढ़ती गरमी में बच्चों की सेहत पर पूरी तरह से नजर रखें। ताकि बच्चे स्वस्थ रह सकें । धूप में बच्चों को बाहर नहीं निकालें। बच्चों के शरीर को सूती कपड़ों से पूरी तरह से ढंक कर रखें। बढ़ती गर्मी में स्वास्थ्य पर पैनी नजर रखना बहुत ही जरूरी है। यह बातें डाॅ किशोर कुमार मधुप ने कहीं। उन्होंने कहा इस मौसम में खानपान पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

हरी सब्जी,तरल पदार्थ लोग ज्यादा लें। धूप में निकलने से पहले लोग खूब पानी पीयें  पानी की कमी शरीर में हरगिज नहीं होने दें। ओआरएस का घोल पीयें। ताकि लू लगने से बचा जा सके। लू से बचने के र्लिैए लोगों को समय -समय पर पानी पीते रहना चाहिए। बाहर निकलने के पहले पानी अवश्य पीयें !

🔼शरीर को ताजे पानी से पोछते रहें :

सिविल सर्जन डॉ. किशोर कुमार मधुप के मुताबिक शिशु को माताएं स्तनपान कराती रहें। बच्चों को हर एक घंटे में दो बार दूध पिलाएं। वहीं ज्यादा गर्मी होने पर बच्चों के शरीर को ताजे पानी से पोछते रहें। उन्होंने बताया कि जो बच्चे छह महीने से अथिक के हैं उन्हें तरल पेय, खिचड़ी खिलाने के साथ नमकीन छाछ और दही पिलाएं। उन्होंने बताया कि जब बच्चों का वजन कम होता है, उस वक्त गर्मी के कारण उनके शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जिससे ऐसा लगता है कि बच्चे को बुखार है। बुखार आने पर बच्चा खाना और पीना छोड़ देता है, इसलिए यह कोशिश करें कि शिशुओं को लू में लेकर नहीं निकले। अगर कहीं बाहर जा रहे हैं तो कुछ-कुछ समय पर बच्चे को पानी पिलाते रहें। बच्चे के शरीर को गीले कपड़े से पोछते रहें, साथ ही तापमान को भी नापते रहना चाहिए।

🔼सावधानी बरतना जरूरी:

– सिर पर तौलिया डाल कर निकलें।

– बच्चों को धूप में लेकर न जाएं।

– बच्चों को सूती कपड़े पहनाएं।

– बदन ठंडे पानी से पोछते रहें।

– बच्चों का तापमान नापते रहें।


🔼बच्चों को यह खिलाएं :

– बच्चों को ताजे और मौसमी फल खिलाएं।

– बच्चों को खट्टे फलों का जूस भी पिलाएं । 

– छह माह तक के बच्चे को मां का दूध पिलाएं।

– लू लगने से बचाने के लिए छाछ और दही दें।

– बच्चों को दलिया या खिचड़ी भी खूब खिलाएं।

रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।

Comments

Popular posts from this blog

मैया जागरण कार्यक्रम: खाड़ा की मां दक्षिणेश्वरी काली पूजा को लेकर तैयारी जोरों पर, किया जाएगा दो दिवसीय मैया जागरण

खाड़ा की बेटी प्रीति ने नेट परीक्षा में मारी बाजी, मिल रही बधाई

सफलता : खाड़ा के अंशु ने जेईई-मेन परीक्षा में पाई सफलता,परिजनों में खुशी का माहौल,मिल रही बधाईयां