मधेपुरा। गैर विद्यालयी युवाओं को एचआईवी, एड्स एवं रक्तदान के प्रति किया गया जागरूक

⚫️100 युवाओं को इस कार्यशाला के माध्यम से किया गया जागरूक।

⚫️रक्तदान के महत्व को किया गया रेखांकित।

मधेपुरा। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा राज्य के सभी जिलों में गैर विद्यालयी युवाओं को एचआईवी, एड्स एवं रक्तदान के प्रति जागरूक करने के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला एड्स नियंत्रण इकाई अररिया के जिला कायर्क्रम प्रबंधक डा. अखिलेश कुमार सिंह जिन्हें अन्य जिलों के साथ मधेपुरा जिले में भी तत् संबंधी उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन करने का दिशा-निर्देश बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना द्वारा दिया गया था, के आलोक में उनके द्वारा आज मदनपुर मधेपुरा में जिला के गैर विद्यालयी युवाओं को इस कार्यशाला के माध्यम से जागरूक किया गया। 

जिसका शुभारंभ नेहरू युवा केन्द्र मधेपुरा के नेहरू युवा पदाधिकारी हुस्न जहाँ एवं डा. अखिलेश कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस मौके पर नेहरू युवा मंडल के प्रतिनिधि राजेश कुमार, राहुल कुमार, राकेश कुमार रौशन, प्रवीण कुमार व सुधांशु कुमार एवं प्रतिभागी मौजूद रहे। कार्यशाला में भाग लेने आये प्रतिभागियों का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।

🔼100 युवाओं को इस कार्यशाला के माध्यम से किया गया जागरूक-

नेहरू युवा केन्द्र मधेपुरा इकाई द्वारा गैर विद्यालयी युवाओं को इस कार्यशाला के माध्यम से एचआईवी, एड्स एवं रक्तदान के महत्व से अवगत कराया गया। इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला एड्स नियंत्रण इकाई अररिया के डा. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया एचआईवी वह वायरस या विषाणु है जिससे लोगों को एड्स नामक बीमारी होती है। जिसका अभी तक कोई इलाज चिकित्सा विज्ञान में नहीं मिल पाया है। ऐसे में इस बीमारी से बचाने के लिए लोगों में जागरूकता फैलानी जरूरी है। ताकि लोग इस बीमारी के कारण एचआईवी वायरस से संक्रमित होने से बच पायें। उन्होंने बताया इसकी जानकारी ही इसके बचाव का माध्यम है। यह मधुमेह, रक्तचाप की तरह मैनेजेबल डिजीज की श्रेणी में आने वाली एक बीमारी है।

एड्स से संक्रमित व्यक्तियों को हमेशा दवा लेनी पड़ती है जो सरकार द्वारा बिलकुल मुफ्त देश के सभी एआरटी केन्द्रों पर दी जाती है। एचआईवी एड्स से संक्रमितों के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। एड्स बीमारी हाथ मिलाने, मदद करने, मच्छरों के काटने आदि से नहीं फैलता है। एड्स संक्रमित व्यक्त्यिों को वो सारे अधिकार हैं जो आम नागरिकों के लिए हैं। इस दौरान इस कार्यशाला में भाग ले रहे प्रतिभागियों को अपने प्रश्न पूछने के मौके दिये गये। जिनका विस्तार पूर्वक निराकरण डा. अखिलेश कुमार सिंह द्वारा किया गया।

🔼रक्तदान के महत्व को किया गया रेखांकित-

इस कार्यशाला में भाग ले रहे गैर विद्यालयी युवाओं को डा. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया गंभीर दुर्घटनाओं, महिलाओं के प्रसव, कठिन एवं गहन शल्य चिकित्सा सहित अन्य कई ऐसे बीमारियों में लोगों की जान बचाने के लिए तत्क्षण उन्हे खून चढ़ाना जरूरी हो जाता है। 


ऐसे में रक्तदान के माध्यम से एत्रित किया गया खून कई लोगों के जीवन रक्षक के रूप में काम आती है। युवाओं द्वारा रक्तदान किया जाना बहुत जरूरी है। रक्तदान करने से किसी प्रकार की बीमारी नहीं होती है। युवाओं को चाहिए कि समय-समय पर चलाये जा रहे रक्तदान शिविरों एवं कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुए रक्तदान अवश्य करें। इस कार्यशाला का समापन भाग ले रहे प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित करते हुए किया गया।

रिपोर्ट : डेस्क दैनिक आजतक।

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