मधेपुरा : जिलाधिकारी ने खाड़ा में चौर विकास योजना से बने पोखर का किया स्थल जांच,एपीएचसी का भी किया औचक निरीक्षण

🔴 जिलाधिकारी ने मतस्य पालन हेतु किसानों को किया प्रोत्साहित।

🔴 जिलाधिकारी अचानक पहुंचे खाड़ा  एपीएचसी,ली उपस्थित चिकित्सक से संचालन से संबंधित अद्यतन जानकारी,दिये आवश्यक निर्देश।

रिपोर्ट : पुष्पम कुमार/उदाकिशुनगंज।

उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खाड़ा पंचायत के रांकी चौर क्षेत्र में बने तालाबों का गुरुवार को मधेपुरा के जिलाधिकारी तरनजोत सिंह ने स्थल निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने मतस्य विभाग के योजनाओं के साथ ही खाड़ा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी नीरिक्षण किया। 

इस समय जिला मतस्य पदाधिकारी मधेपुरा शिवशंकर चौधरी,अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज एसजेड हसन, अनुमंडल मतस्य प्रसार पदाधिकारी संतोष कुमार एवं राजकिशोर झा साथ ही उदाकिशुनगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी गुलज़ारी कुमार पंडित,उदाकिशुनगंज अंचलाधिकारी हरीनाथ राम, कार्यपालक अभियंता (ग्रामीण कार्य विभाग) एवं बुधामा कैंप प्रभारी जिउत राम मौजूद रहे।

🔴 कृषक ले रहे चौर विकास योजना का लाभ :-

मालूम हो कि खाड़ा पंचायत के हाईस्कूल मोड़ से सिनवारा जाने वाली सड़क में  शिनवारा मोर से पहले मतस्य पालक कृषक राजेश कुमार रंजन के 0.1 हेक्टेयर, राकेश कुमार रंजन के 0.1 हेक्टेयर, उमाशंकर सिंह 0.49 हेक्टेयर,नवनित सिंह 0.29 हेक्टेयर, नितेश कुमार 0.53 हेक्टेयर, राजेश कुमार सिंह 0.39 हेक्टेयर,वंदना देवी 0.60 हेक्टेयर  एवं शांति देवी 0.45 हेक्टेयर तथा रमाशंकर सिंह 0.30 हेक्टेयर में मुख्यमंत्री चौर विकास योजना से बनाया गया पोखर का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। 

🔴 नये पोखर निर्माण से संबंधित कृषक ने दिया आवेदन:-

उक्त पोखर के अलावा कई किसानों ने नये पोखर निर्माण हेतु आवेदन दिया। जिला मत्स्य पदाधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र में 50 हेक्टेयर तक पोखर बनाया जा सकता है। पोखर का लाभ किसान ले सकते हैं और इसे व्यवसायिक तौर पर भी ले सकते हैं। 

🔴 मतस्य पालन हेतु तालाब के हैं तीन मॉडल  :-

अनुमंडल मतस्य प्रसार पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि चौर विकास योजना के तहत पोखर निर्माण हेतु तीन मॉडल है। पहला एक हेक्टेयर में दो तालाब (प्रति  हेक्टेयर में 8 लाख 88 हजार के लागत से) तथा दूसरा एक हेक्टेयर में चार तालाब (प्रति हेक्टेयर में 7 लाख 32 हजार के लागत से) एवं तीसरा मॉडल एक हेक्टेयर में एक तालाब (प्रति हेक्टेयर में 9 लाख 69 हजार के लागत से) से बनाने की योजना है। इस योजना पर अन्य वर्ग को 50%,अनुसुचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग को 70% अनुदान देय है।

🔴 जिलाधिकारी ने ली जानकारी एवं मत्स्य पालन के लिए कृषक को किए प्रोत्साहित:-

पोखर  निरीक्षण के लिए खाड़ा आए डीएम तरनजोत सिंह ने विभिन्न अधिकारियों के साथ पहुंचकर मतस्य प्रसार की सारी जानकारी ली। वहीं पोखर पर उपस्थित ग्रामीणों को डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री चौर विकास योजना का लाभ अधिक से अधिक लोग लें और कृषक इसे व्यवसायिक तौर पर लेकर मत्स्य पालन करें जो बेहतर फायदेमंद होगा। उन्होंने अधिकाधिक कृषकों को जल जमाव वाले भूमि तथा बेकार भूमि में तालाब बनाकर मतस्य पालन करने हेतु आवेदन देने को प्रोत्साहित किए। 

वहीं मत्स्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में कैंप लगाकर इस योजनाओं से संबंधित लोगों को जागरूक करें ताकि लोग इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। क्योंकि मत्स्य उत्पादन के लिए यह क्षेत्र काफी अनुकूल है। किसानों ने चौर में सड़क और बिजली की आपूर्ति की मांग रखी।

🔴 जिलाधिकारी को नल-जल योजना की शिकायत की गई:-

जिलाधिकारी को ग्रामीणों ने खाड़ा पंचायत के प्रत्येक वार्ड के आधे हिस्से में पेय जल का कनेक्शन नहीं किये जाने की शिकायत की गई। जिसमें वार्ड नंबर-8,9,5 एवं 4 सहित अन्य वार्ड के आधे परिवार को नल कनेक्शन नहीं किये जाने की शिकायत की गई।

🔴 जिलाधिकारी अचानक पहुंचे खाड़ा एपीएचसी:-

जिलाधिकारी खाड़ा रांकी चौर से निकलने के बाद अचानक खाड़ा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सीधे पहुंचे। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयुष चिकित्सक प्रकाश कुमार गुप्ता से स्वास्थ्य केंद्र संचालन से संबंधित सारी जानकारी ली। इस समय जीएनएम ओमप्रकाश एवं एएनएम रिंकू कुमारी व अन्य मौजूद थे। 

बताते चलें कि डीएम तरनजोत सिंह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खाड़ा के प्रत्येक समस्या से अवगत हुए। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द सभी समस्याओं को दुरुस्त करें। ताकि यहां के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। वहीं संबंधित अधिकारियों को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने को भी कहा। जिलाधिकारी ने अस्पताल में लगभग 20-25 मिनट का समय दिया। 

🔴 जिलाधिकारी ने प्रसव कक्ष और अन्य सुविधा हेतु दिए आवश्यक निर्देश:-

उन्होंने अस्पताल के अंदर प्रसव कक्ष,दवा भंडारण कक्ष,पैथोलॉजी कक्ष,ऑब्जर्वेशन कक्ष,प्रत्येक वार्ड एवं सभी बेड आदि का बारिकी से निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने एपीएचसी में एम्बुलेंस सेवा के बारे में भी चिकित्सक से जानकारी ली। वो बिजली आपूर्ति में बाधा,पेयजल की व्यवस्था एवं परिसर की साफ-सफाई पर बिफरे। डीएम ने मौजूद पदाधिकारी को एक सप्ताह के अंदर सारी व्यवस्था दुरुस्त करने को निर्देशित किया। उन्होंने अस्पताल में प्रसव कराने में आ रही दिक्कत और इसको शीघ्र दूर किए जाने की भी बातें कही। अस्पताल में मौजूद आयुष चिकित्सक डा.प्रकाश द्वारा अस्पताल में गार्ड की नियुक्ति,स्वच्छता कर्मी की कमी  एवं 24 घंटे सेवा के लिए स्वास्थ्य कर्मी की कमी का जिक्र किया गया। जिलाधिकारी ने अस्पताल के सभी रजिस्टर यथा रोगी भर्ती पंजी,दवा पंजी सहित अन्य पंजी संधारण की भी जानकारी ली। 

मौके पर सरपंच प्रतिनिधि मंजय प्रसाद सिंह,राजेश रंजन,उमाकांत सिंह,चंदन कुमार झा,अशोक सिंह,गणगण चौधरी,बुधामा सरपंच मनोज सिंह, हीरा प्रसाद सिंह,रविन्द्र कुमार सिंह,अमर कुमार सिंह,नवनीत कुमार सिंह,अभिमन्यु सिंह, विवेक सिंह के साथ दर्जनों कृषक मौजूद रहे।

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