शिक्षाविद बचनेश्वर झा के निधन से शोक
🔴 समाज ने खोया एक शिक्षाविद एवं विद्वान,सरल और सौम्य शिक्षक : सुभाषचंद्र झा ।
रिपोर्ट : पुष्पम कुमार / उदाकिशुनगंज।
उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत खाड़ा पंचायत वार्ड नंबर-2 निवासी शिक्षाविद बचनेश्वर झा उम्र करीब-57 वर्ष के निधन से खाड़ा सहित पश्चिमी क्षेत्र के निजी शिक्षण क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है। वो खाड़ा पंचायत सहित पश्चिमी क्षेत्र के करीब दस पंचायतों के छात्रों को उच्च शिक्षा देने वाले एकमात्र ऐसे शख्सियत थे जो निजी शिक्षण के क्षेत्र में अहम योगदान देकर समाज में एक अलग पहचान बनाई और शिक्षा के महत्व को समाज में फैलाने में सहायक सिद्ध हुए और शिक्षा प्रदान कर अलख जगाया।
चंदन कुमार झा ( मृतक का भतीजा) ने जानकारी देते हुए कहा कि उनके पिता चार भाई थे। जिसमें बचनेश्वर झा उनके सबसे छोटे चाचा थे। कुछ माह से चाचा बीमार चल रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका निधन 1 जून शनिवार की रात करीब सवा 9 बजे दरभंगा में निज आवास पर हुई। चंदन ने कहा कि चाचा जी अपनी माध्यमिक शिक्षा खाड़ा शास्त्री स्मारक उच्च विद्यालय से पूरी की थी। जिसमें वो विद्यालय के टॉपर छात्र रहें थे और राष्ट्रीय मेधा छात्रवृत्ति प्राप्त छात्र थे। श्री बचनेश्वर झा उच्च माध्यमिक एवं स्नातक की पढ़ाई तेज नारायण बनैली महाविद्यालय (टीएनबी कॉलेज) भागलपुर से पूरी की थी। उसके बाद वो बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी की तैयारी में जुट गए थे। किस्मत की खोट कहें या और संसाधन की कमी उनको सरकारी नौकरी नसीब नहीं हो सकी थी। इसके बावजूद वो हार नहीं माने उन्होंने निजी कोचिंग शिक्षण से और ग्रामीण होम्योपैथी चिकित्सा से गांव के हर तबके के छात्र और रोगियों की सेवा लगभग 22-25 वर्ष तक लगातार करते रहे। उनका योगदान शिक्षा,स्वास्थ्य तथा समाजसेवा में अतुलनीय रहा। श्री झा कहते हैं कि छोटे चाचा अध्यात्म चिंतन और अच्छी-अच्छी किताबों को पढ़ने में दिलचस्पी रखते थे। उनको दो पुत्र प्रशांत कुमार झा एवं आनंद शंकर हैं। जिसमें बड़ा बेटा प्रशांत रीजनल प्रोग्राम मैनेजर (केयर इंडिया) के पद पर दरभंगा रीजन में पदस्थापित है और छोटा बेटा आनंद की पढ़ाई जारी है।
खाड़ा के निजी कोचिंग संचालक सुभाषचंद्र झा उर्फ कृष्ण झा बताते हैं कि बचनेश्वर झा मेरे बचपन के मित्र थे। वो जो शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाजिक सेवा की है बयां नहीं कर सकता। उनके निधन ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐसा खालीपन ला दिया जिसकी भरपाई भविष्य में 20-25 वर्षों तक नहीं हो सकेगा। सुभाषचन्द्र कहते हैं कि वो क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा सेवा देने वाले सौम्य,सरल,मृदुल स्वभाव के साथ ही होम्योपैथी चिकित्सा सेवा से समाजसेवा करने वाले एक विशिष्ट व्यक्ति थे जो अब नहीं रहे।
बताते चलें कि शिक्षाविद मृतक बचनेश्वर झा करीब 20-25 वर्षों से अपने निज ग्राम खाड़ा में अपने दरवाजे पर निजी कोचिंग चला रहे थे। बचनेश्वर झा उर्फ बेचन बाबू सभी भाइयों यथा पंडित स्व.श्रीधर झा,वकील झा एवं जयप्रकाश झा में सबसे छोटे थे। इसकी धर्म पत्नी सहित स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। इनका दाह संस्कार 2 जून रविवार को अपने पैतृक गांव खाड़ा में किया गया। दाह संस्कार में पूर्व के छात्र-छात्राओं तथा उनके माता-पिता सहित अन्य सैकड़ों अभिभावकों ने भाग लेकर उन्हें याद किया।
इनके निधन पर ग्राम पंचायत के मुखिया ध्रुव कुमार ठाकुर,पूर्व मुखिया सुनील कुमार सिंह,मदुला देवी,सरपंच मुन्नी देवी,सरपंच प्रतिनिधि बिनोद मंडल,मंजय प्रसाद सिंह, पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेन्द्र पंडित,कैलाश मंडल,संपादक चंदन कुमार झा,कांग्रेस नेता त्रिभुवन मिश्र,पत्रकार संजीव कुमार कश्यप,गुड्डू कुमार ठाकुर,सुमन कुमार सिंह,कोनैन बसीर,आर्यन राज "गुड्डू", समाजसेवी रघुनंदन मिश्रा,भाजपा के मंडल महामंत्री सुबोध चौधरी"गणगण",राजेश रंजन उर्फ सोना,पैक्स अध्यक्ष कमलेश कुमार झा, उदाकिशुनगंज के प्रमुख प्रतिनिधि अमित कुमार पासवान,भाजपा नेता सुभाषचंद्र सिंह,रविन्द्र सिंह,दीपक ठाकुर,सोहन ठाकुर,दिनेश झा,बुधामा के पूर्व मुखिया रितेश सिंह "रितू",पूर्व उपमुखिया नीरज झा,अधिवक्ता आदित्यनाथ झा,नयानगर के मुखिया प्रतिनिधि रूपेश झा,पूर्व मुखिया अब्दुल अहद,भाजपा नेता प्रमोद मिश्रा,बिजय मंडल,शत्रुघ्न पासवान,प्रमोद पासवान,प्रदीप पासवान,पूर्व सरपंच ललित नारायण राम,वार्ड सदस्य राजकिशोर राम,रंजित कुमार ठाकुर,अश्फाक आलम,पूर्व उपसरपंच रामानंद झा,जयकृष्ण झा,गोपालचंद्र झा,चंद्रशेखर झा,बिजेंद्र शर्मा,रितेश सिंह उर्फ "लड्डू" सहित स्वजनों एवं दर्जनों लोगों ने गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मृतात्मा के शांति हेतु श्रद्धांजली अर्पित की है।
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सी.के.झा
प्रधान संपादक
दैनिक आजतक